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मेथी के गुण और उपयोग – गुण अनेक फायदे अनेक (Benefits of fenugreek)
मेथी के गुण और उपयोग : दोस्तों आप सभी मेथी के बारे में जरूर जानते होंगे । इसे मेथिका भी कहते हैं । मेथी का इस्तेमाल हर घर में होता है । आज हम मेथी के गुण (Benefits of fenugreek) के बारे में जानेगे ।
मेथी क्या है ?
लोग मेथी के पत्तों का साग बहुत पसंद करते हैं । मेथी का पौधा साल में एक बार होता है । पौधे की लंबााई लगभग 2-3 फीट लंबा होती है । पौधे में छोटे-छोटे फूल आते हैं ।
इसकी फली मूंग दाल के जैसी होती है । इसके बीज बिलकुल छोटे-छोटे होते हैं । यह स्वाद में कड़वा होता है । मेथी के पत्ते हल्के हरे और फूल सफेद रंग के होते हैं । इसकी फली में 10 से लेकर 20 छोटे, पीले-भूरे रंग के तेज गंध वाले बीज होते हैं।
इन बीजों का उपयोग कई सारे रोगों में किया जाता है । इसकी एक और प्रजाति होती है, जिसको वन मेथी कहते हैं । यह कम गुण वाला होता है । इसे जानवरों के चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है । कई लोग मेथी की चटनी पसंद करते हैं । मेथी के दानों से साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों की चीजें बनाई जाती हैं ।
इसके अलावा भी मेथी के कई फायदे हैं । क्या आप जानते हैं कि मेथी का उपयोग एक औषधि के रूप में भी किया जाता है, और मेथी से लाभ लेकर रोगों का इलाज किया जाता है ? आयुर्वेद में यही बताया गयाहै कि मेथी अनेक रोगों की दवा भी है ।
इसके बीजों का प्रयोग मसालों के साथ-साथ औषधि के रूप में किया जाता है। गाँवों में प्रसूता स्त्री को मेथी के लड्डू विशेष रूप से दिये जाते हैं। मेथी और मेथी के तेल में डायबिटीज को नियंत्रित करने और गाँठ को बनने से रोकने के गुण होते हैं। आइए जानते हैं कि आप मेथी के फायदे किस तरह से ले सकते हैं।
अन्य भाषाओं में मेथी के नाम
मेथी का वानस्पतिक नाम ट्राइगोनेला फीनम् ग्रीकम् है। यह फेबेसी कुल का पौधा है । अंग्रेजी और विविध भारतीय भाषाओं में इसका नाम निम्नानुसार हैं :-
हिंदी (Hindi) : मेथी
अंग्रेजी (English) : फेनुग्रीक (Fenugreek), ग्रीक हे (Greek hay), ग्रीक क्लोवर (Greek clover)
संस्कृत (Sanskrit) : मेथिका, मेथिनी, मेथी, दीपनी, बहुपत्रिका, बोधिनी, बहुबीजा, ज्योति, गन्धफला, वल्लरी, चन्द्रिका, मन्था, मिश्रपुष्पा, कैरवी, कुञ्चिका, बहुपर्णी, पीतबीजा, मुनिच्छदा
उड़िया (Oriya) ⦂ मेथी (Methi)
असमिया (Assamese) ⦂ मेथी (Methi)
कन्नड़ (Kannada) ⦂ मेंथे (Menthe), मेन्ते (Mente)
गुजराती (Gujarati) ⦂ मेथी (methi), मेथनी (Methani)
तमिल (Tamil) ⦂ मेंटुलु (Mentulu), वण्डयम् (Vandayam)
तेलुगु (Telugu) ⦂ मेन्तीकूरा (Mentikura); मेन्तूलू (Mentulu)
बंगाली (Bengali) ⦂ मेथी (Methi), मेथनी (Methani)
नेपाली (Nepali) ⦂ मेथी (Methi)
पंजाबी (Punjabi) ⦂ मेथी (Methi), मेथिनी (Methini)
मराठी (Marathi) ⦂ मेथी (Methi)
मलयालम (Malayalam) ⦂ उल्लव (Ullav), उलूवा (Uluva)
मणिपुरी (Manipuri) ⦂ मेथी (Methi)
अरबी (Arabic) ⦂ हिल्बेह (Hilbeh), हुल्बाह (Hulbah)
मेथी के फायदे ही फायदे
मेथी के फायदे की बात की जाये तो मेथी इतने फायदे हैं कि कहने की ही क्या। ये गुणों से भरपूर है, और इसके फायदे ही फायदे हैं।
बालों का झड़ना रोकने में मेथी के औषधीय गुण फायदेमंद
मेथी के गुण से बालों का झड़ना रोका जा सकता है । इसके लिए 1-2 चम्मच मेथी के दानों को रात भर के लिए भिगो दें । इसे सुबह पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं । एक घण्टे बाद बालों को धो लें । सप्ताह में दो से तीन बार लगाने से बालों का गिरना बंद हो जाता है ।
कान के बहने पर मेथी के औषधीय गुण
कान के बहने की बीमारी में मेथी के फायदे ले सकते हैं । मेथी के बीजों को दूध में पीस लें । इसे छानकर तैयार कर लें । इस रस को गुनगुना या हल्का गर्म करके 1-2 बूँद कान में डालें । इससे कान का बहना बंद हो जाता है ।
मेथी के सेवन से ह्रदय रोग में लाभ
एंटीआक्सीडेंट गुणों के कारण मेथी हृदय रोग के लिए लाभकारी है । यह रक्त-संचार को सही रखता है । मेथी में घुलनशील फाइबर होता है जो हृदय रोग के खतरे को घटाता है । हृदय को स्वस्थ रखने के लिए मेथी के 10-15 मिली काढ़े में शहद मिलाकर पिएं ।
मेथी के दाने खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं। रोजाना मेथी के दानों के चूर्ण का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं।
पेट के रोग में मेथी के सेवन से लाभ
मेथी के बीज कब्ज दूर करने में काफी लाभकारी हैं । मेथी, चंद्रसूर, मंगरैला (कलौंजी) और अजवाइन का रोजाना सेवन करें । इससे गैस सम्बन्धी रोग, अपच, पेट में दर्द, भूख की कमी, पेट का फूलना, पेट दर्द और कमर दर्द आदि रोगों में लाभ होता है ।
मेथी के सेवन से कब्ज का इलाज
कब्ज में मेथी का औषधीय गुण फायदेमंद होता है । अगर कब्ज से परेशान रहते हैं तो मेथी के पत्तों का साग बनाकर खाएं । इससे कब्ज की परेशानी से राहत मिलती है । मेथी मल को नरम करके कब्ज को ठीक करता है ।
मेथी के औषधीय गुण से उलटी पर रोक
उलटी की परेशानी में मेथी के औषधीय गुण से लाभ मिलता है । बार-बार उलटी से परेशान रहते हैं तो मेथी के बीजों का चूर्ण का सेवन करें । इससे उलटी बंद होती है । उपाय करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें ।
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मेथी का औषधीय गुण लाभदायक
आप मेथी के फायदे डायबिटीज में भी ले सकते हैं । मेथी का नियमित सेवन करने से खून में चीनी की मात्रा नियंत्रित रहती है । एक चम्मच मेथी के दानों का चूर्ण बना लें । इसे रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लें । मेथी के दानों को रोज पानी में भिगो दें । इसे सुबह चबा-चबा कर खाएं । ऊपर से मेथी दाने का पानी भी पी लें ।
पेचिश में मेथी का फायदे
मेथी से पेचिश का इलाज किया जा सकता है । इसके लिए 5 ग्राम मेथी के बीजों को घी में भून लें। इसे खाने से दस्त में लाभ होता है । मेथी के बीजों को भूनकर काढ़ा बना लें । 15-20 मिली मात्रा में काढ़ा पीने से पेचिश में लाभ होता है । अगर लंबे समय से दस्त से परेशान हैं तो 1-2 ग्राम मेथी चूर्ण को छाछ में मिलाकर पीने से लाभ होता है ।
प्रसव के बाद महिलाओं को होता है मेथी के सेवन से लाभ
महिलाओं को प्रसव के बाद मेथी के औषधीय गुण से बहुत लाभ मिलता है । मेथी दाना से प्रसूता स्त्रियों के स्तनों में दूध बढ़ता है ।
इसके के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती है जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है । माताएं मेथी की सब्जी, सूप आदि का सेवन कर सकती हैं ।
जीरा, सौंफ, सोया, मेथी आदि में गुड़, दूध एवं गाय का घी मिलाकर पका लें । इसका सेवन कराएं । इससे योनि के रोग, बुखार, टीबी, खाँसी, सांसों का फूलना, एनीमिया, दुबलापन आदि बीमारियों में लाभ होता है ।
गैस बनने और गैस के कारण होने वाले रोगों में भी मेथी के सेवन से लाभ होता है । मेथी के दानों को रात-भर भिगो कर सुबह खाया जाता है ।
मासिक धर्म विकार में मेथी के फायदे
आज बड़ी संख्या में महिलाएँ मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं । महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द, अधिक रक्तस्राव जैसी परेशानी होने लगती है । मासिक धर्म की प्रक्रिया को एस्ट्रोजेन नामक एक हारमोन नियंत्रित करता है ।
इसके के दानों में एस्ट्रोजेन के गुण होते हैं, इसलिए यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक होता है । मेथी के सेवन से खून भी बनता है, और दर्द भी कम होता है तथा मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करें ।
हम मेथी के दानों की चाय बनाकर भी पी सकते है । मेथी की चाय को मीठा बनाकर थोड़ा ठंडा होने दें । इसमें शहद मिला लें । अधिक लाभ होगा ।
गोनोरिया रोग के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है
1-2 ग्राम मेथी के चूर्ण में गुड़ मिलाकर सेवन करने से गोनोरिया रोग में लाभ होता है । उपाय करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर मिलें ।
घावों में मेथी के फायदे
घाव में मेथी के औषधीय गुण से लाभ मिलता है । घाव में अगर सूजन हो गई हो, और जलन भी हो रही तो मेथी के पत्तों को पीसकर घाव पर लगाएं । इससे घाव की सूजन और जलन दोनों ही ठीक हो जाती है । बंद मुंह वाले घावों में मेथी के बीजों को पीसकर लगाएं।
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए मेथी का सेवन फायदेमंद
एक रिसर्च के अनुसार, मेथी में एंटी-ऑक्सीडेंट और हिपेटो-प्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं । यह लीवर के लिए भी लाभदायक होता है ।
न्यूरो समस्याओं (तंत्रिका विकार) में मेथी का औषधीय गुण लाभदायक
1-2 ग्राम मेथी के बीज का चूर्ण सेवन करें। इससे तंत्रिका-तंत्र से संबंधित विकारों में लाभ होता है । इसके इस्तेमाल से धीरे-धीरे तंत्रिका-तंत्र की समस्याएं ठीक होने लगती हैं ।
शरीर में दर्द होने पर मेथी का औषधीय गुण फायदेमंद
मेथी के दानों में दर्दनिवारक गुण होते हैं। 1-2 ग्राम मेथी चूर्ण का सेवन करने से पूरे शरीर का दर्द कम होता है ।
त्वचा रोग में मेथी के औषधीय गुण से लाभ
आप मेथी के फायदे से त्वचा रोग का इलाज भी कर सकते हैं । मेथी का लेप बना लें । इसे त्वचा रोग जैसे दाद-खाज-खुजली या एग्जिमा वाले स्थान पर लगाएं । यह लाभ दिलाता है ।
सूजन में मेथी के फायदे
मेथी में एंटी-इनफ्लेमेटरी (सूजनरोधी) गुण भी पाया जाता है । किसी भी प्रकार की सूजन होने पर मेथी के पत्तों एवं बीजों को पीसकर लगाने से आराम मिलता है । मेथी के बीज और जौ के आटे को सिरके के साथ पीस लें । अगर गालों पर सूजन हो गई हो तो गालों पर पतला लेप करें । इससे सूजन कम होती है ।
अर्थराइटिस (गठिया) के इलाज की आयुर्वेदिक दवा है मेथी गठिया की बीमारी में भी मेथी से लाभ होता है । दरअसल गठिया (अर्थराइटिस) वात दोष के कारण होता है । मेथी में वात को संतुलित करने के गुण पाए जाते हैं । यह गठिया (अर्थराइटिस) के दर्द को कम करने में मदद करता है । आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से गठिया में मेथी के इस्तेमाल की जानकारी लें ।
पाचन–तंत्र विकार में मेथी के फायदे
मेथी में उष्ण और दीपन गुण पाए जाते हैं। इसके कारण यह पाचन अग्नि को बढ़ाकर पाचन-तंत्र को मजबूत रखता है। यह भूख बढ़ने में भी मदद करता है ।
रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मेथी फायदेमंद
आपको रक्तचाप की समस्या है तो मेथी से लाभ ले सकते हैं । मेथी में एंटी-हाइपरटेन्सिव का गुण होता है जिससे यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है ।
मेथी के उपयोगी हिस्से
आप मेथी के पौधे के इन भागों का उपयोग कर सकते है –
- पत्ते
- बीज
मेथी का इस्तेमाल कैसे करें ?
मेथी के दानों का काढ़ा – 10-20 मिली
मेथी के दानों का चूर्ण – 1-2 ग्राम
अधिक लाभ के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श अनुसार मेथी का इस्तेमाल करें ।
मेथी कहाँ पाया या उगाया जाता है?
भारत के समस्त प्रदेशों में मेथी की खेती की जाती है । मुख्यतः गंगा के ऊपरी मैदानी भागों और कश्मीर एवं पंजाब में मेथी की खेती की जाती है । भूमध्यसागरीय इलाकों, दक्षिणी यूरोप और पश्चिमी एशिया में विशेष रूप से इसकी खेती की जाती है । चीन में सुगंधित बीजों के कारण इसे उगाया जाता है । अफ्रीका में जानवरों के चारे के लिए इसकी खेती की जाती है ।
मेथी के गुण हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी है । हमें दवाइयों का सेवन कम करके घर में मेथी के गुणों का उपयोग करना चाहिए । मेथी सब के घरों में आसानी से मिल जाती है । इसके सेवन में खाने से लेकर अपने स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए कर सकते है ।
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