Tuesday, November 28, 2023

साइबर स्कैम-ऑनलाइन फ्राड से कैसे बचें? Cyber Scam-Online Fraud

जैसे-जैसे हम डिजिटल युग में आगे बढ़ते जा रहे हैं और हमारे जीवन में हर काम डिजिटल होने लगा है, वैसे-वैसे Cyber Scam-Online Fraud भी बढ़ने लगा है। हम घर बैठे ऑनलाइन ही हर तरह का कार्य कर रहे हैं। इससे हमारा जीवन जहाँ बेहद आसान हो रहा है, वहीं इसके खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। निरंतर हो रहे डिजिटलीकरण के कारण कई तरह के नए डिजिटल प्लेटफार्म आ रहे हैं, नए लोगों की एक्टिविटी बढ़ती जा रही है, तो साइबर अपराधियों को भी (Cyber Scam-Online Fraud) आनलाइन ठगी करने के अधिक मौके मिल रहे हैं। साइबर क्राइम, साइबर स्कैम, ऑनलाइन ठगी ये शब्द आजकल बेहद आम हो गए हैं।


ऑनलाइन फ्राड और स्कैम से कैसे बचें? Cyber Scam-Online Fraud

डिजिटल युग में ऑनलाइन पेमेंट करना, खरीदारी करना, जॉब करना अब बेहद कॉमन हो चुका है। हर किसी के हाथ में अब मोबाइल आ चुका है। अब हर कोई अपने बहुत से काम ऑनलाइन ही निपटा देता है। अब डिजिटल की इस दुनिया से दूर रहना संभव नही है। लेकिन ऑनलाइन ठगी के बढ़ते  खतरों को ध्यान में रखते हुए हमें अधिक सावधान की आवश्यकता है ताकि किसी भी तरह के ऑनलाइन स्कैन, ऑनलाइन फ्राड आदि से बच सकें।

हाल के कुछ वर्षों में ऑनलाइन फ्रॉड की संख्या तेजी से बढ़ी है। साइबर जगत में अनेक तरह के ऑनलाइन अपराधी और ठग सक्रिय हो गए हैं, जो लोगों को अपनी ठगी के जाल में फंसाकर उनसे ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं।


किस तरह की ऑनलाइन ठगी हो रही है (Cyber Scam-Online Fraud)

आजकल ऑनलाइन ठगी के अनेक तरह के तरीके सागर अपराधियों ने ईजाद कर दिए हैं, जैसे…

बैंक कर्मचारी के रूप में फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

अक्सर साइबर अपराधी किसी बैंक का कर्मचारी बनकर आपको फोन करते हैं और आपसे बोलते हैं कि आपके डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड को अपडेट करना है, इसलिए वो आपसे डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड संबंधी जानकारी मांगते हैं। वो आपके बैंक अकाउंट नंबर तथा आपके बैंक में जो डिटेल है, जैसे कि आपका नाम, आपकी उम्र और आपका पता आदि वह भी बता देते हैं, जिससे आपको विश्वास हो जाता है कि आपकी बैंक से ही किसी कर्मचारी ने फोन किया है। वह आपसे ओटीपी मांगते हैं और आप उनके झांसे में आकर उन्हें ओटीपी दे देते हैं। उसके बाद आपके बैंक अकाउंट से ज्यादातर पैसा गायब हो जाता है।

वास्तव में यह सच नहीं होता। बैंक की तरफ से कभी भी कोई एग्जीक्यूटिव कॉल करके ना तो क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड संबंधी पर्सनल जानकारी मांगता है और ना कभी ओटीपी मांगता है।

मोबाइल नंबर अपग्रेड करने के नाम पर फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

कई बार साइबर अपराधी की तरफ से कॉल आएगा कि आपके मोबाइल को अपग्रेड करना है। उसे 4G से 5G में अपग्रेड करना है, नहीं तो आपका मोबाइल बंद हो जाएगा। आप उनके झांसे में आ जाते हैं। वह व्यक्ति आपके सिम कार्ड को अपग्रेड करने के नाम पर आपके मोबाइल नंबर पर आया ओटीपी मांगता हैं। आप उन्हें ओटीपी दे देते हैं।

ये लोग फ्राड लोग होते है, जो कि आपके मोबाइल नंबर का दूसरा सिम कार्ड इश्यू करा लेते हैं, जिसकी सहायता से ठगी का काम करते हैं। यदि आपका मोबाइल नंबर आपके बैंक से लिंक है तो आपके मोबाइल नंबर का दूसरा सिम कार्ड इश्यू कराकर वह UPI आदि के द्वारा आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकते हैं।

बैंक कर्मचारी बनकर ईमेल या व्हाट्स एप भेजकर फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

अक्सर आपको अनजान व्यक्ति के तरफ से ईमेल अथवा व्हाट्सएप आता है, और उसमें वह यह दर्शाता है कि आपकी बैंक की तरफ से ईमेल आया है। आपके खाते को अपडेट करने के लिए जरूरी जानकारी देनी है। आप झांसे में आकर अपनी जरूरी जानकारी ई-मेल या व्हाट्स एप पर आए उस फॉर्म में भर देते हैं। आपको पता नहीं होता कि ये लोग फ्राड है जो आपकी पर्सनल डिटेल चुरा रहे हैं।

डुप्लीकेट वेबसाइट बनाकर फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

ऑनलाइन फ्रॉड लोग सरकारी वेबसाइट या किसी सरकारी बैंक की डुप्लीकेट वेबसाइट बनाकर आपको उसका लिंक भेजते हैं, जिससे आप उस डुप्लीकेट वेबसाइट पर जाकर उसे असली समझ कर पैसे का भुगतान कर देते हैं। एकदम मिलती-जुलते जुलते नाम होने के कारण लोग यह नहीं समझ पाते कि यह डुप्लीकेट वेबसाइट है।

पुराने नोट या सिक्के खरीदने के नाम पर फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

आपके पास पुराने नोट, पुराने यूनिक नोट, यूनिक सिक्के अथवा कोई यूनिक एंटीक आइटम है और आप उसे ऑनलाइन बेचना चाहते हैं। आप Quikrr, OLX, E-bay या ऐसी ही किसी दूसरी वेबसाइट पर अपना आयटम बेचने का ऐड डालते हैं। साइबर अपराधी लोग ऐसे ऐड हो पर नजर रखते हैं। आपको वह कांटेक्ट करेंगे और आपके पास उपलब्ध वस्तुओं की कीमत बढ़ा-चढ़ा कर बताएंगे। वह आपको बोलेंगे कि मैं आपके नोट का 10 लाख देने को तैयार हूँ. आपके पास जो सिक्का है वो 50 लाख का है। इतनी बड़ी रकम सुनकर आप झांस में आ जाते हैं। फिर वह आपको बोलते है कि आपको हमारे पास रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा, तभी हम आपका नोट या सिक्का या एंटिक आयटम खरीद पाएंगे। इतनी बड़ी रकम के लालच में आकर लोग उनको रजिस्ट्रेशन के पैसे देते हैं और बाद में यह लोग गायब हो जाते हैं।

परिचित के नाम पर फोन करके ठगी

कई बार साइबर अपराधी किसी परिचिक के रूप में आपको कॉल करते हैं। वह सोशल मीडिया आदि के माध्यम से आप से संबंधित जानकारी निकाल लेते हैं, जैसे आपका नाम वगैरा फिर आपके नाम से सीधे संबोधित करके आपको कॉल करते हैं और आपको बातों में फंसाकर आपसे आपकी पर्सनल जानकारी लेने का प्रयास करते हैं और उस आधार पर ठगी करते हैं।

लड़की द्वारा कॉल या मैसेज करके हनी ट्रैप में फंसाकर फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

किसी लड़की का फोन या मैसेज आता है और लड़की के नाम पर व्यक्ति को हनीट्रैप में फंसाय जाता है। फिर उसको वीडियो कॉल की जाती है। बाद में उस वीडियो में एडिटिंग करके उस व्यक्ति का चेहरा किसी अश्लील वीडियो में फिट कर दिया जाता है और उसके बाद उस वीडियो को वायरल करने करने की धमकी देकर लोगों से पैसों की मांग की जाती है।

डेटा एंट्री का काम दिलाने के नाम पर फ्राड (Cyber Scam-Online Fraud)

डेटा एंट्री का काम दिलाने के नाम पर भी आजकल बहुत ठगी हो रही है। ठग लोग 1 घंटे का ₹10000 कमाने का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। डाटा एंट्री के काम के लिए एक पेज का ₹500 या ₹1000 देने का लालच देते हैं।

ये आपको काम दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को कहते हैं और रजिस्ट्रेशन कराते समय बोल देते हैं कि आपका रजिस्ट्रेशन फीस आपके पहले प्रोजेक्ट को कंप्लीट करने के बाद Refund हो जाएगी। वह पहले प्रोजेक्ट की एक्यूरेसी 95% बोलते हैं कि 95% से कम अक्यूरेसी नहीं होनी चाहिए। नहीं तो आपका रजिस्ट्रेशन फीस वापस नहीं मिलेगी। जिसे काम चाहिए वह यह शर्त मान लेता है कि वह कोशिश करते किसी तरह 95% से अधिक एक्यूरेसी रखेगा।

वास्तव ये लोग फ्रॉड लोग होते हैं, जो प्रोजेक्ट के नाम पर आपके पास ऐसा असाइनमेंट भेजते हैं जिसे पूरा करना नामुमकिन होता है। व्यक्ति 95% या 100% तो क्या 50% या 70% अक्यूरेसी भी नहीं दे पाता और यह स्कैमर लोग इसी आधार पर आप की रजिस्ट्रेशन फीस हजमकर जाते हैं। व्यक्ति चाह कर भी कुछ नहीं कर पाता।

लॉटरी जीतने के नाम पर ठगी (Cyber Scam-Online Fraud)

ठग लोग लॉटरी जीतने के नाम पर ईमेल अथवा मैसेज करते हैं और लोगों से बोलते हैं कि फलां कंपनी में आपकी लॉटरी लगी या अमेरिका में आपकी लॉटरी लगी है या आपका मोबाइल नंबर लॉटरी के प्राइज में सलेक्ट हो गया है। यदि आपको अपनी प्राइज मनी चाहिए तो उसके लिए पहले आपको टैक्स भरना पड़ेगा। बहुत से लोग लालच में आ जाते हैं और टैक्स नाम पर उनको पैसे दे देते हैं। बाद में ये ठग लोग गायब हो जाते हैं।

डिलीवरी बॉय के रूप में घर पर आकर ओटीपी मांगना (Cyber Scam-Online Fraud)

कभी-कभी आपके दरवाजे पर घंटी बजेगी। एक डिलीवरी ब्वॉय कोई सामान लेकर आएगा। आपने वह सामान नहीं लगाया है, लेकिन शायद कंपनी की तरफ से गलती से आपका एड्रेस पर यह सामान आ गया है। आप अपने मोबाइल पर जो ओटीपी आया है, वह मुझे बता दें ताकि मैं कंपनी में स्टेटस भेज सकूं कि यह एड्रेस गलत है। आप अपने मोबाइल नंबर पर आया ओटीपी देते हैंय़ बाद में आपको पता चलता है वह कोई फ्रॉड था जो ओटीपी के बहाने आपसे मोबाइल नंबर को हैक कर गया।

ऑनलाइन परचेज के नाम पर ठगी (Cyber Scam-Online Fraud)

आपने फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, स्नैपडील या किसी भी कमर्शियल ऑनलाइन खरीदारी वाली वेबसाइट से कोई सामान मंगाया है। तो आपके पास कॉल आएगा कि आपके एड्रेस वेरीफिकेशन करना है। जबकि आपका आपने पहले से ही एड्रेस डाला हुआ है। फोन पर बंदा आपको झांसे में लेगा कि कल ही सभी खरीदारों का एड्रेस वेरीफाई करने का कंपनी से नया अपडेट आया है। आपने जो आर्डर किया है उसके लिए आपका एड्रेस वेरीफाई करना पड़ेगा। उसके लिए आपको ₹50 या ₹100 का पेमेंट करना पड़ेगा जो कि आपका एड्रेस वेरिफाई होते ही तुरंत रिफंड हो जाएगा।

वह आपको एक QR-Code भेजेगा। आप उसके झांसे में आकर QR-Code में उसको पेमेंट कर देंगे। लेकिन बाद में आपको पता चलेगा कि कोड भेज कर उसने आपके अकाउंट को हैक कर लिया। 

फ्राड लोन एप के नाम पर ठगी (Cyber Scam-Online Fraud)

हर व्यक्ति को जीवन में पैसे की जरूरत पड़ती रहती है। मार्केट में इंस्टैंट लोन दिलाने के नाम पर ऐसे अनेक एप और वेबसाइट आ गए हैं, जो आपको तुरंत लोन देने का ऑफर देते हैं। जिन्हें पैसे की जरूरत है, वह इन ऐप को इंस्टॉल करके अपनी सारी डिटेल देकर इन से लोन ले लेते हैं। शुरू में यह आपको सारा तरीका बेहद आसान बताएंगे और आसानी से आपको लोन दे देंगे। वह आपसे सारे डाक्यूमेंट भी ले लेंगे और डिजिटल एग्रीमेंट भी साइन करा लेंगे।

ये लोग शुरु में आपको 6 महीने या 1 साल में लोन रिटर्न करने का बोल कर लोन देंगे, लेकिन लोन देने के बाद अगले हफ्ते से ही पैसे वापस देने की डिमांड करना शुरू कर देंगे। ऐप के थ्रू वह आपके सारे कांटेक्ट को हैक कर लेते हैं। जब आप लोन के पैसे देने में असमर्थ बताते हैं, तब वे आपके मित्र-संबंधियों को मैसेज करने की धमकी देते हैं। आप अपने मित्र-संबधियों में बदनामी के डर से उनकी नाजायज मांग को मानते रहते हैं और उनके नाजायज पैसों का भुगतान करते रहते हैं।

यदि उन्होंने आपको ₹10000 दिया है तो यह बदले में आप से ₹20000 वसूल कर लेंगे। तब जाकर यह आपका पीछा छोड़ते हैं। वह भी 6 महीने के अंदर नहीं बल्कि 1 महीने में ही पैसा मांगना शुरु कर देते हैं। जब आपको वह लोन देने का ऑफर देंगे तो ₹10000 के बदले 2% या 5% ब्याज का बोलेंगे और आपको कुल रकम ₹12000 चुकानी होगी, ऐसा बोलेंगे। लेकिन लोन देने के बाद ये लोग अपने असली फ्राड रूप में आ जाते हैं। ना तो यह आपको पूरा ₹10000 देंगे और ना ही आपसे ₹12000 लेंगे बल्कि ₹20000 या अधिक की डिमांड करेंगे और उतना पैसा आपसे वसूल ही लेंगे।

ये लोग आपके मित्रो या रिश्तेदारों को कॉल करने की धमकी देते है या उन्हे कॉल करके उन्हें भी उल्टा सीधा बोलते है। आप बदनामी के डर से कहीं न कहीं से पैसे अरेंज करके उनका पैसा चुकाते हैं।

ऑनलाइन ठगों से कैसे बचें -Cyber Scam-Online Fraud से बचने के उपाय

ये ऐसे अनेक तरीके है जिनके माध्यम से ऑनलाइन ठग लोग आपसे ठगी करते हैं। इनसे बचने के लिए ये सावधानी रखें और उपाय आजमाएं…

  • यदि आपको अपने बैंक के कर्मचारी के रूप में किसी का फोन आता है तो और वह आपसे आपके क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की डिटेल मांगता है और ओटीपी मांगता है, तो कभी भी ना तो उसे अपनी डिटेल दें और ना ही ओटीपी दें। बैंक की तरफ से कभी भी ओटीपी नहीं मांगा जाता। ना ही क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की डिटेल फोन पर मांगी जाती है। यह सारी पर्सनल जानकारी बैंक की शाखा में शुरुआत में फॉर्म भरते समय ही मांगी जाती है। अपनी पर्सनल जानकारी में किसी भी तरह का बदलाव होने पर केवल अपनी बैंक की शाखा में ही जानकारी दें।
  • इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते समय आपको बेहद सावधानी का प्रयोग करना होगा।  फ्रॉड लोग बैंक के नाम से मिलती-जुलती डुप्लीकेट वेबसाइट बना लेते हैं। आप भ्रम में आकर उस वेबसाइट पर जाकर अपनी लॉगिन डिटेल भर देते हैं और यह लोग आपकी लॉगिन डिटेल चुरा पर आपका बैंक अकाउंट हैक कर सकते हैं। इसीलिए इंटरनेट बैंकिंग करते समय बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाते समय बेहद सावधानी बरतें। जब तक आप पूरी तरह से नेटबैंकिंग फ्रेंडली न हों तो नेट बैंकिंग का प्रयोग करने से बचें।
  • जब कभी भी आपको कोई ऐसा कॉल आए जिसने सामने वाला बंदा कह रहा हो कि आपका सिम अपग्रेड करना है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। जब आपने अपना सिम अपग्रेड करने के लिए कुछ रिक्वेस्ट ही नहीं दी है तो वह आपका सिम अपग्रेड कैसे होगा। सिम अपग्रेड हमेशा फिजिकल होता है। जब भी सिम अपग्रेड करना होता है तो आपको अपने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर सेंटर में जाकर अपने पुराने सिम की जगह नया सिम लेना पड़ता है। ऑनलाइन किसी भी तरह का सिम अपग्रेड नहीं होता। इसीलिए ऐसे फोन के झांसे में कभी नहीं आए और ना ही कोई ओटीपी दें।
  • यदि आपके पास अचानक कोई ऐसा मैसेज आया कि आपके बैंक अकाउंट से इतनी राशि डेबिट हो गई है, जबकि आपको पता है कि आपने ऐसा कोई भी खरीदारी नहीं की है और नहीं कोई पेमेंट किया है तो आपको तुरंत अपने बैंक को फोन करके अपना डेबिट या क्रेडिट कार्ड और यूपीआई गेटवे ब्लॉक करने को कहें तथा तुरंत पुलिस में और साइबर सेल में कंप्लेंट करें।
  • प्ले स्टोर पर कोई भी ऐप इंस्टॉल करते समय बेहद सावधानी बरतें। आजकल प्ले स्टोर पर भी अनेक तरह के फ्रॉड ऐप आ गए हैं जो इंस्टॉल होने हो जाने के बाद आपको फ्रॉड के जाल में फंसा सकते हैं।
  • किसी भी अनजान व्यक्ति अथवा फोन पर आए किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर अपने मोबाइल में किसी भी तरह का ऐप इंस्टॉल ना करें।
  • यदि ईमेल अथवा व्हाट्सएप पर कोई भी अनजान लिंक आया है तो उस पर कभी भी क्लिक ना करें।
  • किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए QR Code पर कभी भी कोई पेमेंट ना करें। QR Code में यह कोई मैलवेयर हो सकता है जो कि आपके सेंसेटिव डाटा को चुराकर आपके अकाउंट को खाली कर सकता है।
  • यदि कोई आप कोई पुराना यूनिक नोट या सिक्का या दूसरी कोई भी एंटिक आयटम बेचना चाहते हैं, तो कोशिश करे कि ये आयटम अपने शहर में लगने वाली एक्जीबिशन में किसी मान्य खरीदार से संपर्क करें। ऑनलाइन अपने आयटम बेचने के लिए एड डालने पर अगर कोई व्यक्ति आपसे आपसे आपके आइटम की वैल्यू लाखों रुपए में बताकर आपसे ₹1000 या ₹2000 की फीस की डिमांड करता है, तो तुरंत अलर्ट हो जाएं। आप खुद ही सोचें जो व्यक्ति आपके आइटम की वैल्यू लाखों में बता रहा है, वह आपसे ₹1000 रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस क्यों मांग रहा है। उसे यदि आपका आइटम (पुराना नोट या सिक्का) खरीदना है, तो वह सीधे आपसे संपर्क करके आपके आइटम का मूल्य बताकर आपसे आपका सामान खरीद लेगा। इसमें रजिस्ट्रेशन कराने का क्या मतलब।
  • वास्तव मे सच ये है कि कोई भी पुराना नोट या सिक्का दस लाख-बीस लाख या 50 लाख में नही बिकता। सोचने वाली बात ये है कि आपके किसी यूनिक एंटिक आयटम की वैल्यू यदि को 10 लाख या 50 लाख लगाकर खरीदने की बात कर रहा है तो वो रजिस्ट्रेशन के नाम पर ₹1000 या ₹2000 रुपये क्यों मांगेगा। कोई भी जेन्युन नोट बॉयर कभी भी आपके नोट या सिक्के या एंटिक आयटम का सही दाम बताकर उसे खरीदने को बोलेगा। वो कभी भी आपसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर फीस नही लेगा।
  • रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर पैसे की डिमांड करने वाले लोग सभी लोग ठग होते हैं। किसी भी तरह के नोट सिक्के को बेचते समय किसी भी तरह का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाता नहीं। RBI की तरफ से किसी नोट या सिक्के को खरीदने के लिए कोई फीस चार्ज नहीं की जाती है, जैसा कि यह फ्रॉड लोग RBI की फीस का बहाना देकर आपसे रजिस्ट्रेशन फीस की डिमांड करते हैं।
  • सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति से पहचान होने के बाद उससे अपनी पर्सनल डिटेल और फोटो आदि कभी शेयर ना करें। आपको विश्वास में लेकर वह आपसे आपकी पर्सनल डिटेल और फोटो लेकर उसका गलत यूज़ कर सकता है।
  • पब्लिक वाईफाई यूज करने से बचें। फ्री वाईफाई के लोभ में आकर यदि आप पब्लिक वाईफाई यूज कर लेते हैं तो हो सकता है कि आपका सेंसेटिव डाटा हैकर्स द्वारा हैक कर लिया जाएष पब्लिक वाईफाई का प्रयोग करते समय अपने बैंक संबंधी कोई भी ट्रांजैक्शन ना करें तथा कोई भी सेंसेटिव इनफॉरमेशन ब्राउज करते समय भी पब्लिक वाईफाई का उपयोग ना करें।

ऑनलाइन ठगी का शिकार होने पर शिकायत कहाँ करें?

यदि आप किसी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए हैं तो आप तुरंत एक्शन लेकर अपने साथ हुई ठगी की शिकायत कर सकते हैं। किसी भी साइबर ऑनलाइन ठगी का शिकार होने की स्थिति में तुरंत 1930 इस नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

आप  https://cybercrime.gov.in/  इस वेबसाइट पर जाकर भी अपने साथ हुई ऑनलाइन ठगी की शिकायत कर सकते हैं।

https://cybercrime.gov.in/

 

Online Scam-Online Fraud

Cyber Scam-Online Fraud से बचने के उपाय


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