नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) – बहुत दूर तक फेंकने वाला भारत का गोल्डन बॉय
28 अगस्त को नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत कर भारत के लिए एक नया इतिहास रच दिया। वह वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की तरफ से गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले एथलीट बन गए।
इससे पहले कोई भी भारतीय आज तक भारत को यह सम्मान नहीं मिला पाया। नीरज चोपड़ा की सफलता का क्रम यहीं पर नहीं थमता। वह भारत के सबसे लोकप्रिय एथलीट हैं। वे अनेक मेडल जीत चुके हैं।
2021 में आयोजित 2020 के टोक्यो ओलंपिक खेलों में उन्होंने भला फेंक (जैवलिन थ्रो) में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया था।
वह भारत के लिए व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे का खिलाड़ी बने। इससे पहले अभिनव बिंद्रा 2008 में यह कारनामा कर चुके थे। नहीं तो भारत के लिए अभी तक जितने भी गोल्ड मेडल (8 गोल्ड मेडल) ओलंपिक खेलों में आए हैं, वह पुरुष हॉकी की बदौलत ही आए हैं।
नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर अभिनव बिंद्रा के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। जिसमें अभिनव बिंद्रा ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता ही था, उसके अलावा निशानेबाजी चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था।
नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) जीवन और उपलब्धियों पर एक नजर
व्यक्तिगत जीवन
हरियाणा के एक छोटे से शहर पानीपत में 24 दिसंबर 1997 को एक आम मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे नीरज चोपड़ा एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं।
उनके पिता सतीश कुमार एक किसान हैं और माता सरोज देवी एक गृहणी हैं। नीरज चोपड़ा कुल पाँच भाई-बहन हैं। वह सभी भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं।
उनकी लंबाई 6 फिट है।
उन्होंने अपने आरंभिक पढ़ाई पानीपत हरियाणा में ही की। उन्होंने से ग्रेजुएशन (बी.ए.) की डिग्री भी प्राप्त की है।
करियर
नीरज चोपड़ा को 11 वर्ष की उम्र में ही भाला फेंकन (जैवलिन थ्रो) का शौक लग गया था। वह पानीपत स्टेडियम में अक्सर कई भाला फेंक खिलाड़ियों को भाला फेंकने देते हुए देखा करते थे और उनके अंदर भी भाला फेंकने के प्रति शौक पैदा हुआ।
उन्होंने भाला फेंकने को अपना फैशन बना लिया और वह निरंतर इसका अभ्यास करते रहे।
नीरज चोपड़ा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहली सफलता तब मिली जब पोलैंड में आयोजित 2016 में पोलैंड में आयोजित आईएएस जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने सफलता प्राप्त की। उन्होंने जूनियर स्पर्धा में जूनियर रिकॉर्ड भी कायम किया।
नीरज चोपड़ा उसके बाद 2017 में एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।
2018 में होने वाले एशियन गेम्स में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर खुद को काफी लोकप्रिय कर लिया था।
2018 में भी उन्हें गोल्ड मेडल मिला।
वह सबसे अधिक लोकप्रिय तब हुए जब उन्होंने 2020 के ओलंपिक खेलों जोकि कोविड-19 के कारण 2021 आयोजित किए गए थे, उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर एक नया इतिहास रचा।
2022 में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वह गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए और उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा, लेकिन उसी वर्ष 2022 की डायमंड लीग में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता।
2023 में फिर से वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन हुआ और इसी अगस्त माह में 28 अगस्त को उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया।
वह भारत की तरफ से वर्ल्ड स्तरीय एथलेटिक्स स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। नीरज चोपड़ा ने में 28 अगस्त को हुई स्पर्धा में फाइनल में जगह बड़ी आसानी से बना ली थी।
इस इवेंट में नीरज चोपड़ा ने 88.17 मीटर का जेवेलिन थ्रो करके गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उनके आगे कोई टिक नहीं सका। पाकिस्तान का अरशद नदीम उनके बाद दूसरे स्थान पर रहा तथा जिसने सिल्वर मेडल जीता। ब्रॉन्ज मेडल चेक रिपब्लिक याकूब ने जीता। नीरज चोपड़ा ने फाइनल में आसानी से जगह बना ली थी।
उपलब्धियां
नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक के बाद भारत के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं।
जब उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता उसके बाद से उनकी लोकप्रियता चरम सीमा पर पहुंच गई है।
नीरज चोपड़ा गूगल पर सबसे अधिक सर्च करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में है।
उनकी कुल नेटवर्क लगभग 35 करोड़ के आसपास होने का अनुमान है। वह बड़े-बड़े ब्रांड को एंडोर्स करते हैं और हर ब्रांड एक से दो करोड़ से लेकर चार-पाँच करोड़ तक की फीस लेते हैं।
उनके पास 14 केलगभग ब्रैंड बताए जाते हैं। अंडर आर्मर के अलावा वे क्रेड, बायजूज, टाटा एआईजी लाइफ इंश्योरेंस, लिम्का, गुडडॉट, मोबिल इंडिया, मसलब्लेज, पीएंडजी, एमस्ट्राड एसी, गेटोरेड, जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स जैसे जाने-माने ब्रांड को इंडोर्स करते हैं।
नीरज चोपड़ा कारों के शौकीन हैं। ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने पर उन्हें महिंद्र ग्रुप ने xuv700 रेंज रोवर स्पोर्ट कार भेंट की थी। उसके अलावा उनके पास महिंद्रा थार, टोयोटा फॉर्च्यूनर, रेंज रोवर स्पोर्ट और फॉर्ड मस्टैंग जीटी कार भी हैं।
उन्हे अंग्रेजी बहुत अच्छी नही आती और वे हिंदी में बात करने में स्वयं को गर्व महसूस करते हैं।
वह सरल स्वभाव के हैं और कभी भी किसी को ऑटोग्राफ देने से मना नहीं करते। उनका स्वभाव बेहद विनम्र है।
उन्हें भारत सरकार की तरफ से 2022 में पद्मश्री नागरिक सम्मान भी मिल चुका है।
फिलहाल वे भारत का भविष्य हैं। आने वाले ओलंपिक खेलों व एशियाई खेलों में भारत के लिए स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार होंगे।
उनकी उम्र 25-26 साल है। यूँ ही निरंतर प्रगति करते रहे तो अभी वह कम से कम दो ओलंपिक और हम खेल सकते हैं और भारत की उम्मीदों को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं।
Topic: Neeraj Chopra – गोल्डन बॉय
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