Monday, October 2, 2023

ऑनलाइन फ्रीलांसिंग काम करें, आत्मनिर्भर बनें…

Last Updated on 1 day by miniwebsansar

ऑनलाइन फ्रीलांसिंग काम करें, आत्मनिर्भर बनें, स्वयं के बॉस खुद बनें (Online freelancing)

फ्रीलांसिंग क्या है? फ्रीलांसर के माध्यम से पैसे कमाए जा सकते हैं कि नही? फ्रीलांस काम करने के लिए कौन से प्लेटफार्म सही है? फ्रीलांसिंग के क्या लाभ और क्या हानि है? फ्रीलांसिंग काम कैसे करें? कौन सा प्लेटफॉर्म चुनें। आइये, समझते हैं…

फ्रीलांसिंग क्या है? Freelancing knowledge in Hindi

फ्रीलांसिंग से तात्पर्य एक ऐसे काम से है, जिसको करने का समय हम अपनी सुविधा के अनुसार तय करते हैं, जिसमें हमारे ऊपर किसी बॉस का कोई बंधन नही होता।

यूं तो गए सभी कार्य जो किसी कॉन्ट्रैक्ट के तहत किए जाते हैं, वह फ्रीलांसिंग के अंतर्गत ही आते हैं।

उदाहरण के लिए हमारे घर में यदि कोई इलेक्ट्रीशियन आकर हमारे घर में बिजली को ठीक करता है और हम उसे भुगतान करते हैं, तो वह इलेक्ट्रीशियन भी एक तरह का फ्रीलांसर ही है।

हमारे घर में जो व्यक्ति बढ़ई का कार्य करने को आता है और हमारे कुछ दिनों में हमारे घर का फर्नीचर हमारे मन-मुताबिक बनाकर देता है, तो वह बढ़ई एक तरह का फ्रीलांसर ही है। यहाँ पर ये दोनो पेशेवर फ्रीलांसर हैं क्योंकि ये लोग स्वतंत्र रूप से कार्य करते है, ये एक फिक्स समय की ड्यूटी नही करते। इनकी जब किसी को जरूरत होती है तो लोग इनसे संपर्क करते है और उसको काम करने के एवज में एक निश्चित भुगतान कर देते हैं।

आज के संदर्भ में फ्रीलांसर कंप्यूटर पर ऑनलाइन कार्य करने के संदर्भ में लिया जाता है, इसलिए यहां पर हम ऑनलाइन डिजिटल फ्रीलांसिंग को समझेंगे।

फ्रीलांसिंग का कार्य कॉन्ट्रैक्ट वर्क के समान है, जो हम किसी क्लाइंट के साथ कांट्रेक्ट करके करते हैं। इसमें हमारे ऊपर कोई निश्चित समय का बंधन नहीं होता ना ही हमारा कोई बॉस होता है। फ्रीलांसिंग में जो हम जो कार्य करते हैं, वह हमारी योग्यता के अनुसार होता है। वह कार्य करने करने को जो व्यक्ति हमें कार्य करने को देता है, उसकी मांग के अनुसार वह काम पहले तय समय में करके दे देने पर वह व्यक्ति उस काम के एवज हमें भुगतान कर देता है, जोकि दोनो पक्षों ने पहले सी आपसी सहमति से तय किया होता है।

फ्रीलांसिग कोई नौकरी नही है, जहाँ पर हम 8, 10 या 12 घंटे काम करके हर महीने के आखिर में वेतन पाते हैं।

फ्रीलांसिंग में हमें महीने के आखिर में कोई वेतन नहीं मिलता बल्कि हमारे काम के अनुसार हमें भुगतान प्राप्त होता है। यह भुगतान हमें हमारा काम पूरा करके देने के बाद प्राप्त हो जाता है।

फ्रीलांसिंग का कार्य करने वाले व्यक्ति का कोई ऑफिस नहीं होता बल्कि वह कहीं पर भी अपना कार्य कर सकता है। वह घर पर भी कंप्यूटर के माध्यम से अपना कार्य कर सकता है। उसे किसी कंपनी से जुड़कर एक निश्चित समय पर ड्यूटी नहीं करनी होती।

एक फ्रीलांसर अपनी सुविधा के अनुसार अपने कार्य के समय की को तय कर सकता है। वह दिन में सोकर रात में काम कर सकता है अथवा रात में सोकर दिन में काम कर सकता है।

फ्रीलांसिंग का काम करने के लिए हमें कोई अच्छी सी स्किल्स आनी जरूरी है। स्किल्स के अनुसार ही हमें कार्य मिलता है। वह कार्य करके अपने क्लाइंट को देते हैं तो बदले में उस कार्य का पहले से तय किया हुआ भुगतान कर देता है।

उदाहरण के लिए फ्रीलांसर को टाइपिंग का कार्य आता है और किसी को लेखक को हाथ से लिखी हुई अपनी स्क्रिप्ट टाइप करवानी है, तो वह फ्रीलांसर की सेवायें ले सकता है। फ्रीलांसर और क्लाइंट के बीच काम के एवज में पैसे तय हो जाने के बाद जब फ्रीलांसर उस लेखक की पूरी स्क्रिप्ट को टाइप करके दे देगा तो उसका क्लाइंट लेखक फ्रीलांसार का पारिश्रमिक का भुगतान कर देगा।

दूसरे उदाहरण के समझते हैं, यदि किसी फ्रीलांसर को ग्राफिक डिजाइन का कार्य आता है और किसी कंपनी या व्यक्ति को अपने कंपनी के लिए लोगो (Logo), पैम्फलेट (pamphlet) अथवा ब्रोशर (Brochure) आदि को डिजाइन करवाना है तो वह फ्रीलांसर की सेवा ले सकता है और फ्रीलांसर उस कंपनी का (Logo), पैम्फलेट (pamphlet) अथवा ब्रोशर (Brochure) डिजाइन करके दे देगा और क्लाइंट जोकि कंपनी या व्यक्ति के रूप में है, वह फ्रीलांसर के पारिश्रमिक का उचित भुगतान कर देगा।

फ्रीलांसर में एक बार कार्य खत्म होने हो जाने के बाद क्लाइंट और फ्रीलांसर के बीच का संबंध समाप्त हो जाता है और यह संबंध अगले कॉन्ट्रेक्ट होने की स्थिति में ही कायम होता है, नहीं तो एक बार क्लाइंट ने फ्रीलांसर से अपना काम करवाकर भुगतान कर दिया तो उसके उनका का आपस में कोई लेना-देना नहीं रहता।

यदि क्लाइंट को फ्रीलांसर का कार्य पसंद आया और यदि उसे अपना कोई दूसरा कार्य भी फ्रीलांसर से करवाना है तो वह अपने कॉन्ट्रेक्ट को बढ़ा सकता है अथवा दोबारा कॉन्ट्रेक्ट कर सकता है।

फ्रीलांसिंग के लाभ

फ्रीलांसिंग के अनेक लाभ हैंं, जो कि इस प्रकार हैं:

  • फ्रीलांसिंग के काम में हम अपनी अपनी मर्जी के मुताबिक समय को तय करते हैं और अपनी सुविधा के अनुसार उसी समय में कार्य कर सकते हैं।
  • फ्रीलांसिंग में हमें 9 से 5, 10 से 6, 8 से 8, 10 से 10 ऐसी 8, 10 या 12 घंटे की निश्चित ड्यूटी नहीं करनी होतीष हम अपनी सुविधा के अनुसार जब चाहे कार्य कर सकते हैं।
  • फ्रीलांसिंग में हमारा कोई बॉस नहीं होता है, इसलिए हमें किसी से डॉंट खाने की आवश्यकता नहीं होती। हम अपने स्वयं के बॉस होते हैं।
  • फ्रीलांसिंग में यदि हमारा कार्य जम जाए तो हमारी आय अच्छी होने लगती है और यह निरंतर बढ़ती ही जाती है।
  • फ्रीलांसिंग में हम पर समय और जगह का कोई बंधन नहीं होता। हम कहीं पर भी किसी भी समय कार्य कर सकते हैं। हम अपने घर में कार्य कर सकते हैं अथवा हम यात्रा करते समय भी अपने कार्य को कर सकते हैं अथवा बाहर कहीं घूमने जाएं या किसी और के घर पर हों तो भी हम फ्रीलांसिग का कार्य कर सकते हैं, क्योंकि हमें हमें कंप्यूटर के माध्यम से कार्य करना होता है।
  • फ्रीलॉन्सिंग आज के समय का उभरता हुआ कांसेप्ट है, इसलिए फ्रीलांसिंग के कार्य में हमें अपने घर से ऑफिस जाने और आने का समय बचता है, जिससे हम अधिक से अधिक समय का सदुपयोग कर सकते हैं।

फ्रीलांसिंग में हानियाँ

जहाँ फ्रीलांसिंग में अनेक लाभ हैं, वहीं इसकी कुछ हानियाँ भी हैं…

  • फ्रीलांसिंग के काम में हमें काम प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है।
  • फ्रीलांसिंग का काम एक एक्टिव वर्क के समान है। जब तक हम काम कर रहे हैं, तभी तक हमें पैसा मिलेगा।
  • फ्रीलांसिंग के काम में अकेलेपन का अनुभव होता है, क्योंकि हम अकेले घर पर या किसी अन्य जगह पर काम करते हैं, इससे लोगों से हमारा संपर्क कम होता जाता है और हम सामाजिक रूप से कटते जाते हैं।
  • फ्रीलांसिंग के कार्य में शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है क्योंकि हमें डेस्कटॉप, लैपटॉप आदि के सामने एक ही जगह बैठकर लगाता काम करना होता हैं। जिससे हमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। हमारी आँखों, गर्दन, पीठ पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • फ्रीलांसिंग कार्य में अनिश्चितता बहुत है। ऐसा जरूरी नहीं कि आज जो काम कर रहे हैं, वह पूरा करने के बाद अगला काम हमें मिलेगा या नहीं। अक्सर एक काम पूरा होने के बाद हमें अगल काम मिलने में बहुत समय लग जाता है। इससे हमारी कुल इन्कम का एवरेज बिगड़ जाता है।
  • फ्रीलांसिंग के काम में हमें किसी बड़ी कंपनी के कर्मचारी अथवा सरकारी कर्मचारी को मिलने वाली सामान्य सुविधाएं जैसे स्वास्थ्य, चिकित्सा, बीमा, आदि सुविधाएं नहीं मिलती।
  • फ्रीलांसिंग में काम में कंपटीशन बहुत है और हमें काम को हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करनी होती है।

फ्रीलांसिंग करने के लिए क्या चाहिए?

  • फ्रीलांसिंग हम कभी भी कर सकते हैं। फ्रीलांसिंग करने के लिए हमें जिन साधनों की आवश्यकता होती है, वे साधन निम्नलिखित हैं:
  • एक कंप्यूटर (डेस्कटॉप अथवा लैपटॉप)।
  • एक स्मॉर्ट फोन
  • एक अच्छी गति वाला इंटरनेट कनेक्शन

यह उपकरण फ्रीलांसिंग करने के लिए बेहद आवश्यक हैं। इसके अतिरिक्त फ्रीलांसिंग करने के लिए हमारे पास एक ईमेल अकाउंट और बैंक अकाउंट होना चाहिए, क्योंकि फ्रीलांसिंग के काम का पैसा देश या विदेश से ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से आता है।

किसी भी फ्रीलांसिग वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए एक ई-मेल की आवश्यकता होती है।

अलग-अलग फ्रीलांसिग वेबसाइट की मांग के अनुसार हमें पेमेंट के रूप में अलग-अलग विकल्प भी मिल सकते हैंस जिनमें Pay-Pal, Payoneer आदि के नाम प्रमुख हैं, लेकिन बैंक अकाउंट होना फिर भी आवश्यक है।

फ्रीलांसिंग कैसे आरंभ की जाये?

फ्रीलांसिंग आरंभ करने के लिए फ्रीलांसर इंटरनेट पर किसी जानी-मानी विश्वसनीय फ्रीलांसिंग वेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल बनानी होगी और अपनी संबंधित skillेs का विवरण दर्ज करना होगा फिर फ्रीलांसर को अपनी skills से संबंधित जॉब सर्च करनी होगी।

शुरू में काफी संघर्ष करना पड़ सकता है। हो सकता है फ्रीलांसर को पहले एक महीने में या पहले हफ्ते में ही जॉब मिल जाए या हो सकता है कि फ्रीलांसर को जॉब मिलने में एक-दो महीना से अधिक का समय लग जाए। यदि लगातार खोज और कोशिश करते रहेंगे तो फ्रीलांसर को जॉब अवश्य मिल जाएगी।

जब किसी भी फ्रीलांसिंग वेबसाइट पर फ्रीलांसर जॉब मिलना शुरू हो जाये और फ्रीलांसर ने काम सही तरह करके दे दिया तो उसे आगे जॉब मिलती रहती हैं। फ्रीलांसर को फ्रीलांस वर्क के रूप में जो भी काम करने को मिलता है, यदि उसने वह काम समय पर और अच्छी गुणवत्ता से करके दे दिया तो उसका क्लाइंट खुश होकर पॉजिटिव रिमार्क देता है, जिससे संबंधित फ्रीलांसिंग जहाँ पर हमे काम मिला है, वहाँ पर उसकी रेटिंग बढ़ती जाती है, और फ्रीलांसर का नाम स्थापित हो जाता है। फिर उसे काम मिलने में आसानी होती है।

फ्रीलांसिंग करने के लिए कौन सी वेबसाइट ठीक रहेगी?

फ्रीलांसिंग का कार्य करना यानी work-from-home का कार्य करना आज के समय का तेजी से लोकप्रिय होने वाला कांसेप्ट है। इसी कारण इंटरनेट पर ऐसी अनेक फ्रॉड और स्कैम करने वाली वेबसाइट तथा एप की भरमार हो गई है, जो ऑनलाइन काम दिलाने के नाम पर ठगी करने का काम करते हैं। इसलिए हमें ऐसी वेबसाइट और ऐप से सावधान होने की जरूरत है।

फ्रीलांसिंग का काम शुरू करने के लिए बहुत सी ऐसी genuine और विश्वसनीय वेबसाइट हैं, जिन पर अपनी प्रोफाइल बनाकर वहां से genuine और सही काम प्राप्त किया जा सकता है। इन वेबसाइट का फ्रीलांसिंग की दुनिया में काफी स्थापित नाम है और यह वेबसाइट की आंतरिक संरचना इतनी सुरक्षित है कि वह यह अपनी प्लेटफॉर्म पर किसी स्कैमर आदि को जगह नही देते हैं।

फ्रीलांसिंग का काम करने के लिए कुछ जान-मानी और विश्वसनीय वेबसाइट्स का नाम इस प्रकार है। आप किसी भी वेबसाइट के लिंक्स पर क्लिक करके उस वेबसाइट पर जा सकते हैं।

 

ये सभी वेबसाइट फ्रीलांसिंग का कम शुरु करने के विश्वसनीय प्लेटफार्म हैं। इनमें से किसी भी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया का प्रोसेस पूरा करके अपनी प्रोफाइल बना जा सकती है। प्रोफाइल बनने के बाद वहां पर पहले से उपल्ध काम को सर्च करके उसे करने के लिए क्लाइंट को अनुरोध किया जा सकता है। शुरुआत में नही प्रोफाइल होने के कारण पहला काम मिलने में थोड़ा समय लग सकता है।

सबसे अंत में कि फ्रीलांसिंग में फ्रीलांसर क्या क्या कर सकता है?

फ्रीलांसिंग में काम करने के प्रकारों की कोई सीमा नहीं है। वह प्रत्येक काम जो एक फ्रीलांसर स्वतंत्र रूप से कॉन्ट्रैक्ट के अंतर्गत करते हैं, वह एक तरह का फ्रीलांस कार्य ही है। फिर भी इंटरनेट पर डिजिटल कार्यों को फ्रीलांस कार्य की संज्ञा दी जाती है।

फ्रीलांसिंग में जो काम कर सकते हैं, वे इस प्रकार हैं…

  • ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic design)
  • लोगो डिजाइनिंग (Logo design)
  • ब्रोशर डिजाइनिंग (Brochure design)
  • पैम्फलेट डिजाइनिंग (Pamphlet design)
  • विजिटिंग कार्ड डिजायिनंग (Visiting Card design)
  • टाइपिंग (Typing)
  • डाटा एंट्री (Data entry)
  • कंटेट राइटिंग (Content writing)
  • ब्लॉगिंग (Blogging)
  • एनीमेशन (Animation)
  • वीडियो एडिटिंग (Video editing)
  • वॉइस ओवर (Voice over)
  • फाइल कन्वर्शन (File conversion)
  • ट्रांसलेशन (Translation)
  • ट्रांसलिटिरेशन (Transliteration)
  • वेबसाइट डिजायनिंग (Website designing)
  • एनएफटी आर्ट (NFT art)

इसके अतिरिक्त बहुत से ऐसे अनेक काम हैं, जिनकी बहुत बड़ी संख्या है जोकि फ्रीलांसिग के माध्यम से किए जा सकते हैं। इसलिए हमें किसी इनमें से किसी भी हुनर में महारत हासिल होना चाहिए फिर हमें काम मिलने में देर नहीं लगेगी।

फ्रीलांसिंग एक सुनहरे भविष्य वाला काम है, जिसमें धैर्य एवं लगन से धीरे-धीरे अपने नाम को स्थापित किया जा सकता है। एक बार जब  नाम स्थापित हो जाने पर अपने अपने भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है।

फ्रीलांसिंग काम करना आज के समय की मांग है। आज अनेक कारणों से वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का कन्सेप्ट बहुत बढ़ा है। बड़ी-बड़ी कंपनियां तक अपने एम्प्लोई से वर्क फ्रॉम होम करा रही हैं या फिर बड़े-बड़े ऑफिस मेंटेन करने की जगह अपना कार्य फ्रीलांसर से करवा रही है। इसलिए फ्रीलांसिग की फील्ड में काम की कोई कमी नही है। बस थोड़ा धैर्य और मेहनत की जरूरत है, तो फ्रीलांसिग में कम समय में अच्छा पैसा कमाया जा सकता है।

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