सचिन तेंदुलकर ने आखिरी बार टैक्सी में सफर कब किया, बताया मुंबई का रोचक किस्सा (Sachin Tendulkar in Taxi)
बीते जमाने के जाने-माने बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले प्रसिद्ध खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बीते समय का एक रोचक किस्सा शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने आखरी बार टैक्सी में कब सफर किया।
सचिन तेंदुलकर के नाम से सभी परिचित हैं, उन्होंने काफी कम उम्र में ही प्रसिद्धि प्राप्त कर ली थी। उनके पास धन संपत्ति की कोई कमी नहीं थी, इसलिए उनका टैक्सी में सफर करना एक विशेष किस्सा बन जाता है। क्योंकि उस समय अपने करियर के पीक पर चल रहे सचिन तेंदुलकर ने टैक्सी में सफर किया होगा, ऐसा कोई सोच नहीं सकता। लेकिन कभी-कभी ऐसी परिस्थितियों बन जाती है, जाने-माने सेलिब्रिटी को भी मजबूरी में टैक्सी रिक्शा या किसी भी साधारण सवारी में सफर करना पड़ता है। ऐसा ही एक रोचक किस्सा सचिन तेंदुलकर ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है।
उनकी पोस्ट में दिखाई दे रहा है कि उनके प्रशंसक उनसे सवाल पूछ रहे हैं और वह उसके जवाब दे रहे हैं। ऐसे ही उनके एक फैन ने उनसे यह सवाल पूछा कि उन्होंने मुंबई की आईकॉनिक काली-पीली टैक्सी में आखिरी बार कब सफर किया था?
तब सचिन तेंदुलकर ने 18-19 साल पुरानी एक घटना बताते हुए रोचक किस्सा सुनाया कि कैसे उन्हें अचानक उपजी परिस्थितियों के कारण एक अनजान व्यक्ति के साथ एक टैक्सी में सफर करना पड़ा था।
सचिन तेंदुलकर बताते हैं कि यह उस समय की घटना है, जब वह टेनिस एल्बो की समस्या से रिकवर होकर वापसी कर रहे थे। सचिन तेंदुलकर को टेनिस एल्बो की चोट 2004 में लगी थी तो 2004 की घटना मानी जा सकती है।
वह बताते हैं कि श्रीलंका का भारत दौरा था। उन्हें नागपुर में श्रीलंका के खिलाफ खेलने के लिए जाना था। उन्हें मुंबई से नागपुर के लिए फ्लाइट पड़ती थी। फ्लाइट का समय सुबह 6:15 बजे था, इसीलिए वह अपने भाई अजीत तेंदुलकर के साथ सुबह-सुबह ही कार में फ्लाइट पकड़ने के लिए घर निकल पड़े थे उनके साथ उनके दो-तीन बैग भी थे।
सचिन तेंदुलकर बांद्रा में रहते हैं और बांद्रा से कालीना फ्लाईओवर थोड़ी सी दूर पर है। कालीन फ्लाईओवर के रास्ते से ही सांताक्रुझ में एयरपोर्ट का रास्ता जाता है, जहाँ से उन्हें नागपुर के लिए फ्लाइट पकड़नी थी।
अचानक रास्ते में सचिन तेंदुलकर को कुछ जलने की गंध आई तो उन्होंने गाड़ी रोक दी। तब उन्हें पता चला कि उनकी गाड़ी की दाईं तरफ का पिछला टायर फट गया है और वह काफी समय से फटे हुए टायर पर ही गाड़ी चला रहे थे। टायर की हालत बहुत खराब हो चुकी थी, इसलिए अब उस टायर पर गाड़ी चलाना संभव नहीं था, नहीं तो कोई दुर्घटना हो सकती की।
यह घटना कालीन फ्लाईओवर के पास घटी। जब उन्हें गाड़ी के टायर फटने का पता चला तो उनकी कार कालीना फ्लाईओवर पर थी। फिर उन्होंने और उनके भाई ने यह फैसला किया कि फ्लाईओवर से कार को नीचे खड़ा करते हैं, और किसी टैक्सी से एयरपोर्ट जाते हैं क्योंकि उन्हें फ्लाइट पकड़ना जरूरी था नहीं तो उनकी फ्लाइट मिस हो जाती।
उन लोगों ने कार को फ्लाइओवर से नीचे उतरकर खड़ा किया और टैक्सी का इंतजार करने लगे। दूर से उन्हें एक टैक्सी आती दिखाई दिए लेकिन उसे टैक्सी में पैसेंजर बैठे हुए थे, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने किसी तरह हाथ दिखाकर उसे टैक्सी को रोका। टैक्सी में बैठे पैसेंजर ने सचिन तेंदुलकर को पहचान लिया।
सचिन पैसेंजर और टैक्सीवाले से रिक्वेस्ट की थी उनकी फ्लाइट का समय हो गया है। उनकी कार का टायर पंक्चर हो गया है और उन्होंने एयरपोर्ट समय पर पहुंचना है। तब टैक्सी वाले और पैसेंजर दोनों ने उन्हें अपनी टैक्सी में बैठा लिया। उनके साथ काफी सामान था, इसीलिए थोड़ा सामान उन्होंने टैक्सी में रखा और बाकी सामान और उनके बड़े भाई पीछे आते एक ऑटो रिक्शा में बैठ गए।
इस तरह सचिन तेंदुलकर ने एक अनजान यात्री के साथ टैक्सी में एयरपोर्ट तक का सफर किया। उस अनजान पैसेंजर ने उनकी एयरपोर्ट पहुंचने में मदद की। पीछे-पीछे उनके भाई ऑटो रिक्शा में उनका बाकी का सामान लेकर आ गए और सचिन तेंदुलकर समय पर अपनी फ्लाइट पकड़ सके।
सचिन तेंदुलकर कहते हैं यह आखिरी टाइम था, जब उन्होंने मुंबई में किसी टैक्सी में सफर किया था।
सचिन की वह X पोस्ट जिसमें उन्होंने ये किस्सा शेयर किया है
Ek Mumbaikar ki ek Kaali-Peeli kahaani…
Thank you for those memories! 🚕 pic.twitter.com/6X06vfczmK
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) November 4, 2023
Sachin Tendulkar का X Handle
https://twitter.com/sachin_rt
वडा पाव की कहानी – कैसे बना मुंबई का सबसे लोकप्रिय फास्ट फूड